चंबा एनआरआई केस: कंगना रनौत के बयान का केस से कोई लेना-देना नहीं, उन्होंने खुद कोई कार्रवाई करने से किया इनकार
शिमला. चंबा, हिमाचल प्रदेश में पंजाबी एनआरआई (एनआरआई) और उनकी स्पेनिश पत्नी पर हमले का मामला लगातार महत्वपूर्ण होता जा रहा है। पंजाब और हिमाचल के मामले में (हिमाचल प्रदेश) सियासत तेज हो गई है. वहीं, अमृतसर ने दंपत्ति के आरोपों पर टिप्पणी की (अमृतसर) कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई. मामले पर चंबा पुलिस ने भी बयान जारी किया है.
पूरे मामले पर चंबा पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि इस घटना का किसान आंदोलन को लेकर दिए गए कंगना रनौत के बयान से कोई संबंध नहीं है. चम्बा पुलिस केएसपी अभिषेक यादव ने कहा कि कंवलजीत सिंह और उसके भाई जीवनजीत सिंह ने हस्तरेखा विज्ञान का अभ्यास करने के बहाने महिला पर्यटकों और स्थानीय महिलाओं का जबरन हाथ पकड़ लिया। इस पर एनएआरआई दंपत्ति और वहां मौजूद पर्यटकों व स्थानीय लोगों के बीच बहस हो गई।
पुलिस ने मामले में हस्तक्षेप किया और जोड़े को सुल्तानपुर पुलिस स्टेशन ले गई। इस दौरान दंपति ने कानूनी कार्रवाई करने से इनकार कर दिया. स्थानीय पुलिस के अनुरोध के बावजूद भी दम्पति को चिकित्सा उपचार प्राप्त हुआ इसे कराने से इंकार कर दिया गया। इस संदर्भ में कंवलजीत सिंह का बयान भी दर्ज किया गया, जिसमें उन्होंने अपने साथ हुई मारपीट के संबंध में पुलिस कार्रवाई से इनकार किया, जिसकी पुष्टि जीवनजीत सिंह ने भी की.
सीएम सुक्खू ने भी दिया बयान
हिमाचल प्रदेश के सीएम सुक्खू ने कहा कि अमृतसर में जोड़े के नाम पर कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मामले की कड़ी निंदा की है और विस्तृत पुलिस जांच के आदेश दिये हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता अपनी सादगी और सौम्यता के लिए जानी जाती है। हर साल देश-विदेश से पर्यटक हिमाचल घूमने आते हैं। राज्य सरकार पर्यटकों को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराती है। उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस ने पर्यटक जोड़े को हर संभव सहायता प्रदान की है. पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया। इस मामले पर पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने सीएम सुक्खू से बात की थी.
पूरे मामले पर चंबा पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि इस घटना का किसान आंदोलन को लेकर दिए गए कंगना रनौत के बयान से कोई संबंध नहीं है.
कब की है बात?
यह घटना 11 जून 2024 को चंबा जिले के खजियार में घटी थी. एनआरआई दंपत्ति कंवलजीत सिंह, उनकी स्पेनिश पत्नी और भाई जीवनजीत सिंह चंबा जिले के खजियार गए थे। घटना के बाद तीनों अमृतसर लौट आए निजी अस्पताल मेरा इलाज किया गया. बाद में दंपत्ति ने कहा कि हमले के बाद पुलिस ने कुछ नहीं किया.
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पहले प्रकाशित: जून 18, 2024 08:36 IST