मार्केट रैप: पॉवेल की ब्याज दर टिप्पणियों पर आईटी शेयरों में सेंसेक्स, निफ्टी में गिरावट आई
बीएसई सेंसेक्स एनएसई के दौरान 241 अंक या 0.31% गिरकर 77,339 पर बंद हुआ परिशोधित 79 अंक या 0.34% फिसलकर 23,453 पर आ गया।
बीएसई में सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 1.42 अरब रुपये गिरकर 429.18 अरब रुपये हो गया। बाज़ार का दायरा मंदड़ियों के पक्ष में झुका हुआ था। बीएसई पर लगभग 1,613 शेयरों में तेजी आई, 2,484 शेयरों में गिरावट आई और 127 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
टीसीएस, इन्फोसिस, एनटीपीसी, एचसीएल टेक, अक्ष पीठऔर टेक महिंद्रा सेंसेक्स 3% तक गिरकर सबसे बड़ा पिछड़ गया। वहीं दूसरी ओर, टाटा स्टील, एचयूएलएम एंड एम, नेस्ले इंडिया, एसबीआईऔर अदानी पोर्ट्स उच्चतर बंद हुआ।
परिष्कृत आईटी टीसीएस, एमफैसिस और एलटीआईमाइंडट्री के दबाव में सूचकांक 2.3% गिरकर बंद हुआ। यह गिरावट फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल की टिप्पणियों के बाद आई, जिन्होंने संकेत दिया कि संयुक्त राज्य अमेरिका में मजबूत आर्थिक विकास के कारण ब्याज दरों में कटौती की कोई तात्कालिकता नहीं थी।
गैस वितरक इंद्रप्रस्थ गैस और महानगर गैस सरकार द्वारा विनियमित मूल्य के तहत गैस आवंटन कम करने के बाद क्रमशः 20% और 14% का नुकसान हुआ। जेफ़रीज़ ने कहा, इससे इन कंपनियों के लाभ मार्जिन में भारी गिरावट आ सकती है। अन्य शेयरों के बीच होनासा उपभोक्ता D2C ब्रांड पैरेंट Mamaearth के कमज़ोर होने की रिपोर्ट के बाद शेयर खुले में 20% गिर गए योग्यता सितंबर में समाप्त तिमाही में कंपनी ने पांच तिमाहियों में पहला तिमाही घाटा दर्ज किया। कमजोर कमाई के मौसम के साथ-साथ पिछले 34 लगातार सत्रों में लगभग 15 बिलियन डॉलर के विदेशी बहिर्वाह ने बाजार को अब तक के उच्चतम स्तर से नीचे खींच लिया है।
इस बीच, फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष द्वारा धीमी दर में कटौती के संकेत के बाद सोमवार को 10-वर्षीय अमेरिकी ट्रेजरी की पैदावार बढ़कर 4.45% हो गई। उच्च अमेरिकी पैदावार भारत जैसे उभरते बाजारों को विदेशी निवेशकों के लिए कम आकर्षक बना रही है, जिससे घरेलू बाजारों पर दबाव बना हुआ है।