Himachal News: यूथ कांग्रेस ने मंडी में निकाला “मशाल जलूस”
Himachal News: आज जिला मंडी में युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष तरूण ठाकुर की अगुवाई में युवा कांग्रेस द्वारा केन्द्र सरकार के खिलाफ राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता समाप्त करने को लेकर “मशाल जलूस” निकाला गया. युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश जम्वाल , महासचिव दिनेश पटयाल, जिला युवा कांग्रेस के तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे. युवा कांग्रेस जिला मंडी प्रवक्ता डिम्पल शर्मा ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार कांग्रेस नेता राहुल गांधी जी की बढ़ती लोकप्रियता से डर गयी है.
जिस प्रकार से राहुल गांधी जी ने लगातार सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई और अभी हाल ही में संपन्न हुई ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में जो आम जनता का समर्थन राहुल गांधी जी को मिला है।
भाजपा के पांव तले से जमीन खिसक गई है
उससे भाजपा के पांव तले से जमीन खिसक गई है. और रही बात उनकी सदस्यता समाप्त करने की, जिसको लेकर कोर्ट की दलीलें दी जा रही है. तो मैं बता दूँ कि मामला वर्ष 2019 का कर्नाटक के कोलार का जहाँ मोदी सरनेम को लेकर बात हुई. और आप संयोग देखिए, उस घटना को लेकर कंप्लेंट अप्रैल 2019 में गुजरात के सूरत और साथ ही बिहार व रांची में की जाती है. जून 2021 में श्री राहुल गांधी जी गुजरात कोर्ट में पेश होते हैं. 2022 में क्या होता है कि याचक खुद ही अपनी कंप्लेंट को लेकर स्टे ले लेता है.
सोची समझी साज़िश के तहत सिर्फ अपने मित्रों को बचाने के लिए यह सब रचा गया है
अब संयोग देखिए आप जैसे ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी जी 7 फरवरी को लोकसभा में अडानी को लेकर बात करते हैं और सरकार के पास इस पूरे मामले में कुछ कहने को नहीं होता. फिर 9 दिन बाद 16 फरवरी 2023 को शिकायतकर्ता द्वारा हाईकोर्ट में अपना स्टे वापिस लेने को मामला गति पकडने लगता है. 27 फरवरी को एक साल बाद बहस फिर शुरू होती है. और बिना जांच पडताल के 17 मार्च को फैसला रिजर्व किया जाता है. और उसके बाद लोकसभा से सदस्यता समाप्त कर दी जाती है. आप देखिए कैसे सोची समझी साज़िश के तहत सिर्फ अपने मित्रों को बचाने के लिए यह सब रचा गया है.
आज अदानी के घोटाले को लेकर विश्व भर में चर्चा हो रही है
पूरा देश जानता है कि कैसे आज अदानी के घोटाले को लेकर विश्व भर में चर्चा हो रही है. कोर्ट के मामले की बात करें तो जब किसी एक प्रदेश में हुई घटना की कंप्लेंट दूसरे राज्य में होती है तो कोर्ट उस मामले को लेकर उस राज्य में जांच पड़ताल करवाता है उसके बाद मामले को लेकर निर्णय होता है. लेकिन यहाँ ऐसा कुछ भी नहीं होता. न्यायपालिका पर भी सरकार दबाव बनाए हुए हैं. युवा कांग्रेस केन्द्र सरकार को आगाह करती है कि आप संसद में माईक बन्द कर सकते हैं, पूरी संसद को म्यूट कर सकते हैं, पर युवाओं की आवाज को आप नहीं दबा पाएंगे.
मोदी सरकार के द्वारा जिस प्रकार से लोकतंत्र की हत्या की जा रही
मोदी सरकार के द्वारा जिस प्रकार से लोकतंत्र की हत्या की जा रही. उसी लोकतंत्र को बचाने के लिए युवा कांग्रेस सड़कों पर उतर चुकी है. 1977-78 में ऐसा ही कारनामा स्वर्गीय पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी के साथ हुआ था उनकी भी सदस्यता रद्द की गई थी और पूर्ण बहुमत के साथ जनता के समर्थन से कांग्रेस की सरकार स्थापित हुई थी और वैसा ही कारनामा आज मोदी सरकार कांग्रेस नेता राहुल गांधी जी के साथ दोहरा चुकी है और याद रखना इतिहास खुद को दोहराता है. 2024 में केंद्र की सत्ता में कांग्रेस का आना तय है.