website average bounce rate

हरियाणाः सरकारी स्कूल की 60 छात्राओं से छेड़छाड़ केस में आरोपी प्रिंसिपल गिरफ्तार, जांच के लिए बनाई नई SIT

Rape 34 2023 11 66996aabdabf7c7af054fe61430a8c8e 16x9.jpg

Firenib

Table of Contents

जींद. हरियाणा के जींद में सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल ने 50 से अधिक छात्राओं से छेड़छाड़ की है. बीते काफी दिन से यह मामला सुर्खियां बटोर रहा है. अब पुलिस ने जहां आरोपी प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं, पुलिस की कई टीमें भी जांच कर रही हैं. मामले में नई एसआईटी बनाई गई है.

मामले में चौंकाने वाला बातें भी सामने आई हैं कि आरोपी प्रिंसिपल ने पहली पोस्टिंग के दौरान 2008 में भी नाबालिग छात्राओं से छेड़छाड़ की थी. लेकिन उस समय भी शिकायत देने के बावजूद आरोपी प्रिंसिपल पर कोई कठोर कार्रवाई नहीं हुई थी. ग्रामीणों के बढ़ते दबाव के बीच महज तबादला कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था. ऐसे में शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर भी अब अंगुली उठने लगी है.उधर, बाल संरक्षण समिति जींद सहित कई एजेंसियों की टीम पीडि़त छात्राओं की काउंसिलिंग कर रही है. आयोग की तरफ से जिला जींद प्रशासन से मिली रिपोर्ट का अध्ययन किया जाएगा.

बेटियों को इंसाफ दिलाने के लिए अभिभावक आगे आएं

सीडब्ल्यूसी जींद के अधिकारी ने बताया कि बच्चों की काउंसिलिंग के लिए एक्सपर्ट की सेवाएं ली जा रही हैं. हमें लगता है कि इस मामले में पीडि़त छात्राओं के अभिभावकों को काउंसिलिंग की जरूरत है. जहां शुरूआती जांच में करीब 60 छात्राओं ने आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ अपने बयान दर्ज करवाए थे, वहीं, अब छात्राएं खुले तौर पर मामले में आगे आने से बच रही हैं. आयोग समझ सकता है कि माता-पिता नहीं चाहते कि उनकी बेटी किसी ऐसी कानूनी विवाद में उलझे. लेकिन आरोपी को सख्त सजा दिलाने के लिए जरूरी है और परिजन आगे बढक़र सहयोग करें. अब तक केवल 60 में से केवल 5 छात्राओं ने मजिस्ट्रेट के सामने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान दर्ज करवाएं हैं.

आरोपी ने 2008 में भी छात्रा से की छेड़छाड़

उचाना के सरकारी स्कूल में जिस प्रिंसिपल पर 60 छात्राओं से छेड़छाड़ के आरोप लगे हैं, उसके बारे में एक बड़ा खुलासा है कि उसने दूसरे स्कूल में अपनी प्रथम पोस्टिंग के दौरान 2008 में भी एक छात्रा से छेड़छाड़ की थी. तब वह स्कूल में मुख्याध्यापक नियुक्त हुआ था। ये दावा गांव के एक पूर्व सरपंच ने नाम न छापने की शर्त पर किया. उन्होंने बताया कि तब ग्रामीणों द्वारा शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को पंचकूला जाकर शिकायत दी थी, जिस पर शिक्षा विभाग की टीम ने गांव का दौरा भी किया.

जांच से हटाए गए थाना प्रभारी

एक बड़ी सूचना यह भी सामने आ रही है कि इस में गठित कमेटी में पहले थाना उचाना के प्रभारी को भी शामिल किया गया था, लेकिन कुछ खापों व किसान संगठनों उन पर संदिग्ध आरोप लगाए हैं. जिस पर सीएम स्क्वॉयड सहित उच्चाधिकारियों ने थाने के व्यवहार के बारे में उठाई गई चिंता पर संज्ञान लिया तथा उन्हें जांच टीम से हटा दिया गया था. मामला बेहद संवेदनशील होने के चलते सरकार व जिला प्रशासन द्वारा हर कदम फूंक-फूंक कर रखा जा रहा है.

स्कूल स्टाफ को ट्रांसफर करने की सिफारिश

पिछले दिनों शिक्षा निदेशालय की तीन सदस्यीय टीम द्वारा विद्यालय का दौरा करते हुए छात्राओं व स्टाफ सदस्यों के साथ-साथ पीडि़त छात्राओं के परिजनों से भी एक-एक करके विस्तृत बातचीत की थी. करीब 6 घंटे तक चली जांच के बाद कुछ अहम बिंदू टीम के सामने आए थे. हैरत की बात है कि स्कूल का ज्यादातर स्टाफ ऐसी घटनाओं से अनिभिज्ञ होने का दावा कर रहा है. वहीं जिस महिला शिक्षिका पर प्रिंसिपल का सहयोग करने का आरोप लगा है, उसे यहां से ट्रांसफर किया जा चुका है. ऐसे में स्टाफ सदस्यों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है.

Tags: Haryana News Today, Haryana police, Jind news

Source link

About Author