हिमाचल में मौसम बिगड़ रहा, आज भी भारी बारिश की चेतावनी; पर्यटकों के लिए क्या सलाह
हिमाचल मौसम पूर्वानुमान: हिमाचल प्रदेश में करीब एक हफ्ते तक बड़े पैमाने पर मानसूनी बारिश होने की संभावना है. राज्य में छह दिनों तक भारी बारिश की पीली-नारंगी चेतावनी जारी की गई है। शिमला मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा कि 30 जून से 2 जुलाई तक राज्य में बहुत भारी बारिश की नारंगी चेतावनी रहेगी. भारी बारिश की पीली चेतावनी 3 से 6 जुलाई की अवधि के लिए लागू होती है। उन्होंने कहा कि राज्य में लगातार बारिश की गतिविधियां आज से बढ़ने की संभावना है।
इन इलाकों में भारी बारिश होगी
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 से 72 घंटों के दौरान हमीरपुर, बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, मंडी, सोलन और सिरमौर जिलों के कुछ क्षेत्रों में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. इस दौरान भूस्खलन की भी आशंका है. उन्होंने लोगों, विशेषकर विदेश से आने वाले पर्यटकों को भूस्खलन संभावित क्षेत्रों की यात्रा न करने की सलाह दी है। लोगों को नदी-नालों से भी दूर रहने को कहा गया है. स्थानीय लोगों और पर्यटकों को सलाह दी गई कि वे अपने गंतव्य के लिए रवाना होने से पहले मार्ग पर यातायात की जांच करें और असुरक्षित इमारतों और स्थानों में रहने से बचें।
कहां कितनी बारिश
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, बीती रात पांवटा साहिब में 41, धर्मशाला में 22, कसौली में 19, शिमला में 15 और जोगिंदरनगर में 14 मिमी बारिश दर्ज की गई. बारिश के कारण लोगों को गर्मी से राहत मिल सकी। शिमला में रविवार को न्यूनतम तापमान 17.8 डिग्री,
सुंदरनगर में 24.1 डिग्री, भुंतर में 22.5 डिग्री, कल्पा में 15.6 डिग्री, धर्मशाला में 21 डिग्री, ऊना में 24 डिग्री, नाहन में 22.7 डिग्री, पालमपुर में 20 डिग्री, सोलन में 21 डिग्री, 20, मनाली में 2 डिग्री, 23.2 डिग्री कांगड़ा, मंडी में 25.1 डिग्री, बिलासपुर में 26 डिग्री, हमीरपुर में 25.6 डिग्री, चंबा में 23 डिग्री, जुब्बड़हट्टी में 19.2 डिग्री, कुकुमसेरी में 11.2 डिग्री और नारकंडा में 14.2 डिग्री सेल्सियस मापा गया.
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, रविवार सुबह तक कांगड़ा जिले के इंदौरा उपमंडल में भूस्खलन के कारण एक सड़क अवरुद्ध है. भारी बारिश के कारण कुल्लू में 24 और चंबा में तीन बिजली ट्रांसफार्मर भी खराब हो गए हैं.
मानसून से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन तैयार है
मानसूनी बारिश के चलते राज्य आपदा अलर्ट मोड पर है. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से सभी विभागों को आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत किसी भी स्थिति के लिए अलर्ट मोड में तैयार रहने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा, प्रतिकूल परिस्थितियों से निपटने के लिए दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और होम गार्ड के अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया है।
हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य सचिव एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा ने कहा कि राज्य में बारिश से संभावित नुकसान के लिए आपदा प्रबंधन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत सभी विभागों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है. हालांकि, इस साल मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य में चेतावनी जारी की है. मानसून संभावना है कि यह सामान्य और सामान्य से कम रहेगा, लेकिन प्रशासन और सरकार किसी भी स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार है. ओंकार चंद शर्मा ने कहा कि संभावित दुर्घटना की स्थिति में दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और होम गार्ड को तैनात किया गया है.
रिपोर्ट-यूके शर्मा