हिमाचल में भिड़े पक्ष-विपक्ष, अविश्वास प्रस्ताव पर तीखी बहस
हिमाचल /शिमला। गुरूवार को विधानसभा सत्र के दौरान अविश्वास प्रस्ताव पर हंगामेदार बहस के बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष आपस में भिड़ गए। सदन में शुरूआत के साथ ही हंगामा हो गया। इस बीच भाजपा के पौने चार साल की अवधि गिनाते कांग्रेसियों पर कई बार मर्यादा लांघने के भी आरोप लगे। मुख्यमंत्री को बार-बार उठकर हस्तक्षेप करने के लिए बाध्य होना पड़ा। मानसून सत्र के दूसरे दिन की शुरूआत नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री से हुई। अग्रिहोत्री ने पुलिस भर्ती पेपर लीक और महिलाओं के खिलाफ हुए अपराधों पर सरकार को जमकर घेरा।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पुलिस भर्ती पेपर लीक की जांच सीबीआई से होनी चाहिए थी, लेकिन सरकार ने पुलिस के खिलाफ होने वाली जांच को पुलिस की ही एसआईटी से पूरा करवा लिया। अनुमान है कि एक प्रश्नपत्र छह से आठ लाख रुपए में बेचा गया। इस दौरान जो रकम जुटाई गई, उसका हिसाब देने से सरकार इनकार कर रही है। पुलिस की एसआईटी ने 204 आरोपियों को गिरफ्तार किया, लेकिन इनमें पुलिस का कोई अधिकारी शामिल नहीं है। जिस प्रेस से पेपर लीक होने की बात सामने आई उसमें भी चौकीदार को गिरफ्तार किया गया। नेता प्रतिपक्ष ने सदन में सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया और कहा जिन मुद्दों को लेकर लोग भाजपा को सत्ता में लाए थे वे अधूरे छूट गए हैं। महिलाओं के खिलाफ अपराध को रोकने में सरकार नाकाम रही है।
प्रदेश भर में 1579 दुष्कर्म के मामले अब तक पंजीकृत हो चुके हैं। जबकि 354 लोगों की हत्या हुई है। इसमें 119 महिलाओं को मौत के घाट उतारा गया है। महिलाओं के खिलाफ कसौली में गोलीकांड हुआ, ऊना में गला रेतकर नाबालिग की हत्या कर दी गई और कालका-शिमला नेशनल हाईवे पर दो महिलाओं के शव बोरी में बरामद हुए थे। इसके अलावा आटा, तेल और सरिये का भाव नियंत्रित नहीं है। इसके अलावा उन्होंने ओल्ड पेंशन स्कीम पर भी सरकार को घेरने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि सत्ता में आते ही कांग्रेस ओपीएस को बहाल करेगी। इसके अलावा जीएसटी, बेरोजगारी, चहेतों को नौकरी और फिजुलखर्ची का मामला चर्चा के दौरान सदन में रखे।
सरकार ने सीबीआई को भेजा है पत्र
मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में सरकार ने सीबीआई को लिखा है और अभी तक सीबीआई की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला है। सरकार ने दोबारा भर्ती आयोजित की है और इसमें तय 1334 पदों पर आवेदकों का चयन कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2016 में पीएमटी की भर्ती में कांग्रेस सरकार पर आरोप लगे थे। लेकिन उस समय कांग्रेस ने इस भर्ती को रद्द नहीं किया था।