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Himachal News: आईएएस अधिकारी से पूछा पांगी जाना चाहोगें वो बोली..जी जरूर

Himachal News: सरकार की तरफ से जारी तबादला आदेशों में एसडीएम सदर आईएएस रितिका जिंदल को प्रमोशन के साथ पांगी तबदील किया गया है. साल 2019 बैच की यंग आईएएस रितिका जिंदल अब चंबा जिला के दुर्गम क्षेत्र पांगी में बतौर रेजिडेंट कमीशनर अपनी सेवाएं देंगी। 2019 बैच की यंग आईएएस अधिकारी रितिका जिंदल पंजाब के मोगाकी रहने वाली हैं।

मात्र 22 वर्ष की आयु में रितिका आईएएस बन गई थी।हिमाचल प्रदेश में सोमवार को सरकार ने 16 आईएसऔर 16 एचएएस अधिकारियों के तबादले किए है।

चंबा के पांगी में बतौर रेजिडेंट कमीशनर अपनी सेवाएं देंगी

जहां दो जिलों के डीसी बदले गए, वहीं, जिलों में एसडीएम को भी एक जगह से दूसरी जगह भेजा गया. इन तबादलों में मंडी की एसडीएम रितिका जिंदल का नाम भी है। वे अब चंबा के पांगी में बतौर रेजिडेंट कमीशनर अपनी सेवाएं देंगी। 2019 बैच की यंग आईएएस से जब सरकार ने पूछा कि क्या आप पांगी में अपनी सेवाएं देना चाहोगी तो युवा आईएएस ने इसके लिए तुरंत हामी भर दी।

पांगी में सेवाएं देने के लिए पूछा गया तो मैंने इसके लिए तुरंत हां कर दी

सरकार की तरफ से जारी तबादला आदेशों में एसडीएम सदर आईएएस रितिका जिंदल को प्रमोशल के साथ पांगी तबदील किया गया है। रितिका जिंदल अब चंबा जिला के दुर्गम क्षेत्र पांगी में बतौर रेजिडेंट कमीशनर अपनी सेवाएं देंगी। यह ईलाका इतना दुर्गम है कि सर्दियों के दिनों में पूरे 6 महीनों तक शेष विश्व से कटा रहता है। जब इस बारे में रितिका जिंदल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मुझसे पांगी में सेवाएं देने के लिए पूछा गया तो मैंने इसके लिए तुरंत हां कर दी। क्योंकि वैसे भी ट्राइबल क्षेत्रों में सेवाएं देना अनिवार्य होता है, इसलिए मैंने इस आप्शन को स्वीकार कर लिया।

सरकार हमें जहां भी तैनात करे, हमें अपनी सेवाएं देनी ही हैं

सरकार हमें जहां भी तैनात करे, हमें अपनी सेवाएं देनी ही हैं, इसलिए भी ना-नुकर वाला कोई विषय ही नहीं था।आईएएस रीतिका जिंदल ने कहा कि उन्हे कभी चंबा, पांगी लाहौल, किन्नौर जाने का मौका नही मिला है अब इसी बहाने अब इन क्षेत्रों को एक्सपलॉर करने का मौका मिला है उन्हे उम्मीद है कि वंहा उन्हे बहुत कुछ सिखने को मिलेगा। उन्होने कहा कि वंहा काफी चुनौतियां है लेकिन अगर वंहा लोग रहते है तो वे भी रह सकती है। उन्होने कहा कि कई लोग चाहते है कि उन्हे पोस्टिंग घर के पास ही मिल जाये और दूर दराज क्षेत्रों में ना जाना पडे़ लेकिन आप सरकार कर्मचारी है आप लोगों के है।

मंडी को वे हमेशा याद करेगी क्योकि उनकी बतौर एसडीएम पहली तैनाती यही वही है

हमे कभी चुनौतियों से घबराना नही है बल्कि उनका सामना करते हुए उन चुनौतियों पर विजय हासिल करनी है।रीतिका जिंदल ने कहा कि मंडी को वे हमेशा याद करेगी क्योकि उनकी बतौर एसडीएम पहली तैनाती यही वही है। दो साल यंहा सेवायें दी। मुझे इस बात की खुशी है कि मंडी में बतौर एसडीएम लोगों का बहुत ज्यादा प्यार और सहयोग मिला।

ट्राईबल क्षेत्रों की समस्याओं को करीब से समझने और उनके समाधान का मौका मिला है

अब ट्राईबल क्षेत्रों की समस्याओं को करीब से समझने और उनके समाधान का मौका मिला है। उन्होने कहा कि पांगी का रास्ता यंही से होेके जाता है और वे कोशिश करेगी कि वे मंडी आती जाती रहें।बता दे कि रितिका जिंदल पंजाब के मोगा की रहने वाली हैं। मात्र 22 वर्ष की आयु में रितिका आईएएस बन गई थी। जब रितिका आईएएस की तैयारी कर रही थी तो उस वक्त उनके पिता का स्वास्थ्य ठीक नहीं था। रितिका ने विपरित परिस्थितियों से जूझते हुए आईएएस की तैयारी की और इस परीक्षा को उतीर्ण करके दिखाया।

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