Himachal Election 2022: पहले जिस पार्टी को हराने में लगे हुए थे अब उसी को जिताने में लगा रहे एडी चोटी का जोर
Himachal Election 2022: हिमाचल प्रदेश में चुनाव होने वाले हैं सभी पार्टियां अपने गठजोड़ बैठाने में लगी हुई हैं. क्योंकि चुनाव कुछ ही दिनों में होने वाले हैं रैलियों का दौर जारी है. वही निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं वही आज हम आपको बताएंगे कि जो नेता पिछली बार जिस पार्टी के खिलाफ थे अबकी बार उसी पार्टी को जिताने के लिए एडी चोटी का जोर लगा रहे हैं.
दोस्तों हम बात कर रहे हैं जोगेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र की जहां के निर्दलीय प्रत्याशी प्रकाश राणा जोकि पिछली बार निर्दलीय ही विधानसभा चुनाव में उतरे थे वह उस समय सऊदी अरब से अपने घर गोलवा हेलीकॉप्टर में लौटे थे. जो कि उस समय एक चर्चा का विषय बना हुआ था. उन्होंने अपने क्षेत्र में लौटते ही महिलाओं व युवाओं की आर्थिक सहायता की और उनकी हर संभव मदद की इसको देखते हुए वहां के लोगों ने व उनके शुभचिंतकों ने उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कहा और लोगों का साथ मिलने के कारण उन्होंने चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी.
Himachal Election 2022: 46 प्रतिशत वोट लेकर कर दी जमानत जब्त
प्रकाश राणा को किसी भी पार्टी ने टिकट नहीं दी तो उन्होंने निर्दलीय ही चुनाव लड़ने का मन बना लिया और भाजपा के दिग्गज पूर्व मंत्री गुलाब सिंह ठाकुर के साथ से 46 प्रतिशत वोट लेकर कांग्रेस की जमानत जब्त करवा दी थी. वही कांग्रेस की झोली में मात्र नौ प्रतिशत वोट ही आए थे. जिससे उनकी जमानत जब्त हो गई थी. वहीं प्रकाश राणा अब की बार भाजपा प्रत्याशी हैं और पार्टी को जिताने के लिए पुरा जोर लगा रहे हैं. कांग्रेस ने भी इस बार अपना प्रत्यासी बदला है. पूर्व विधायक सुरेंद्र पाल ठाकुर को इस बार मैदान में उतारा है.
गुलाब सिंह ठाकुर इस बार मैदान में नहीं हैं। कांग्रेस यहां पूरी तरह एकजुट दिख रही है और मजबूत भी दिख रही है. भाजपा को भितरघात का डर सता रहा है। हालांकि यहां नौ और प्रत्याशी मैदान में हैं। सीधी टक्कर में प्रकाश राणा फंसते नजर आ रहे हैं. और यह भाजपा के लिए चिंता की बात है.
Himachal Election 2022: आनी में निर्दलीयों व बागी नेता बिगाड़ सकते है
दोस्तों कुल्लू जिले के आनी विधानसभा क्षेत्र के इस बार के भाजपा प्रत्याशी लोकेंद्र कुमार ने 13वीं विधानसभा का चुनाव माकपा के टिकट से लड़ा था। वह कॉलेज राजनीति से विश्वविद्यालय स्तर तक वामदल से जुड़े रहे. वहीं आपको बता दे की पिछले चुनाव में उन्हें मात्र 7.77 प्रतिशत मत मिले थे. उन्हें भाजपा के किशोरी लाल ने हराया था. किशोरी लाल 49.35 प्रतिशत वोट लेकर यहां से विजयी रहे थे.
वही कांग्रेस के परस राम की झोली में 39.37 प्रतिशत वोट आए थे। भाजपा ने इस बार किशोरी लाल व कांग्रेस ने परस राम का टिकट यहां से काट दिया. इस कारण दो नेता नाराज है और दोनों अब निर्दलीय मैदान में उतर चुके हैं इससे यहां मुकाबला बहुकोणीय हो गया है. और यह दोनों नेता बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों के जीत के समीकरण को बिगाड़ सकते हैं. आगे क्या होता है यह तो हमें चुनाव के नतीजे आने पर ही पता चलेगा।
background music