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Himachal News: मिड डे मील वर्करज यूनियन ने मांगों बारे मंडी में किया प्रदर्शन

ड्रग विभाग की नाक के नीचे चल रहा था लंबे समय से यह गोरखधंधा

ड्रग विभाग की नाक के नीचे चल रहा था लंबे समय से यह गोरखधंधा

Himachal News: सीटू से सबंधित मिड डे मील यूनियन ने आज 26 मई को मंडी सेरी मंच से बाज़ार से उपनिदेशक कार्यालय तक रैली निकाली और मांगों सबंधित उपनिदेशक को मांगपत्र सौंपा।

जिसका नेतृत्व सीटू के ज़िला प्रधान भूपेन्द्र सिंह महासचिव राजेश शर्मा यूनियन प्रभारी गुरुदास वर्मा यूनियन राज्य अध्यक्ष इंद्र सिंह ज़िला अध्यक्ष बिमला देवी व सचिव सन्तोष कुमारी इत्यादि ने किया

बच्चों की संख्या कम होने व स्कूल बंद होने के कारण हटाया जा रहा है जिसका यूनियन विरोध कर रही

जिसमें सैंकड़ों वर्करों ने भाग लिया। इस अवसर पर सीटू ज़िला प्रधान भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मिड डे मील वर्करज जो पिछले बीस बीस साल से स्कूलों में दोपहर भोजन बनाने का काम कर रहे हैं उन्हें अब बच्चों की संख्या कम होने व स्कूल बंद होने के कारण हटाया जा रहा है जिसका यूनियन विरोध कर रही है और मांग कर रही है कि ये छँटनी रोकी जाये और इन्हें विभाग में ही मर्ज़ किया जाये जिसके लिए नीति बनाई जाए।

सभी स्कूलों में न्यूनतम दो वर्कर एक कूक और दूसरा हैल्पर होना चाहिए

यूनियन की मांग है कि सभी स्कूलों में न्यूनतम दो वर्कर एक कूक और दूसरा हैल्पर होना चाहिए और शुरू से ऐसा ही था लेकिन अब कई जगह एक ही वर्कर रखा जा रहा है। जो स्कूल बंद हो रहे हैं उनके वर्करों को विभाग में ही अध्यपकों और अन्य कर्मचारियों की तरह एड्जस्ट किया जाये। इसके अलावा सरकार इनको हर महीने के पहले सप्ताह में वेतन जारी करे और साल में 10 माह के बजाये 12 माह का ही वेतन दे जिस बारे हाई कोर्ट ने भी इनके पक्ष में फैसला सुनाया है लेकिन सरकार उसे भी लागू नहीं कर रही है।यूनियन के राज्य अध्यक्ष इंद्र सिंह ने कहा कि विभाग उन्हें तीन चार महीनों के बाद वेतन देती है जिससे वर्करों को अपना और अपने परिवार का जीवन यापन करने में मुश्किलें हो गई है। बड़ी हैरानी की बात है इन वर्करों को किसी भी प्रकार का अवकाश नहीं दिया जाता है और यदि किसी को कोई एमरजेंसी हो तो उसे अपने बदले किसी और को खाना बनाने के लिए भेजना पड़ता है।

साल में 20 छुटियाँ और बर्दियाँ तथा हरियाणा के बराबर सात हज़ार रुपये मासिक वेतन मिलना चाहिए

उन्होंने कहा कि मिड डे मील वर्करों को आंगनवाडी वर्करों की तर्ज़ पर साल में 20 छुटियाँ और बर्दियाँ तथा हरियाणा के बराबर सात हज़ार रुपये मासिक वेतन मिलना चाहिये और इन्हें विभागीय कर्मचारी बनाने के लिए पालसी बनाई जाए।उन्होंने मांगे पूरी न होने की स्थिति में आंदोलन तेज़ करने की चेतावनी दी है।प्रदर्शन में हल्या देवी, दूनी चन्द, चुनी लाल, हुक्कू देवी, तारा, शांता, मीरा, सत्या, सपना, संतोषी, सुनीता, बबली, कौशल्या, द्रौपती, उर्मिला,भीष्म,निशा,रीता देवी सहित दर्ज़नो सदस्यों ने भाग लिया।

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