PMFBY:फसल बीमा के लिए कृषि विभाग, पंचायत स्तर पर लगाए जागरूकता शिविर-उपायुक्त
‘‘मेरी पाॅलिसी मेरे हाथ’’ कार्यक्रम के तहत उपायुक्त ने 26 लाभार्थियों को बांटी बीमा पाॅलिसी
PMFBY: उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम ने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही फसल बीमा योजनाओं का लाभ उठाने के लिए किसानों को आगे आना चाहिए। उन्होंने किसानों का आहवान किया कि वे बैंकों में स्वयं जाकर फसल बीमा योजना के लिए आवेदन करें और फसल बीमा योजनाओं का लाभ उठाएं।
उपायुक्त सिरमौर आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर आज गुरूवार को कृषि विभाग की ‘‘मेरी पाॅलिसी मेरे हाथ कार्यक्रम’’ के तहत कृषि विभाग परिसर, नाहन में किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा पाॅलिसी और मौसम आधारित फसल बीमा योजना पाॅलिसी वितरण कार्यक्रम की अध्यक्षता के अवसर पर बोल रहे थे।
उपायुक्त ने कहा कि स्वास्थ्य और पर्यावरण के दृष्टिगत किसानों को प्राकृतिक खेती अपनानी चाहिए क्योंकि प्राकृतिक खेती से उत्पन्न होने वाली फसल हमेशा ही लाभदायक रहती है। उन्होंने किसानों से अपनी फसलों में कैमिकल का इस्तेमाल न करने का आग्रह भी किया।
राम कुमार गौतम ने कृषि विभाग से आग्रह किया कि विभाग पंचायत स्तर पर विभिन्न जागरूकता शिविर आयोजित करे ताकि किसानों को फसल बीमा योजना के लाभ के बारे में उचित और समयबद्ध जानकारी उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि किसान जितना अधिक फसल बीमा योजनाओं को अपनायेगा उसे विभिन्न कारणों से फसलों को होने वाले नुकसान से भरपाई हो सकेगी।
उपायुक्त ने इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों से आए करीब 26 किसानों को फसल बीमा योजनाओं के तहत पाॅलिसी दस्तावेज वितरित किए जिसमें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के 10 लाभार्थी तथा मौसम आधारित फसल बीमा योजना के कुल 16 लाभार्थी शामिल हैं।
उप निदेशक कृषि सिरमौर राजेन्द्र ठाकुर ने इस अवसर पर उपायुक्त सिरमौर तथा उपस्थित किसानों का स्वागत करते हुए बताया कि सिरमौर जिला में फसल बीमा योजना के तहत पंजीकृत किसानों की संख्या 1600 से अधिक हो गई है जबकि मौसम आधारित फसल बीमा योजना के लाभार्थियों की संख्या 2000 से अधिक पहुंच गई है।
उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वह प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना तथा मौसम आधारित फसल बीमा योजनाओं का लाभ उठाए ताकि फसल में लगने वाले रोंगों और मौसम के कारण खराब होने वाली फसलों के नुकसान से किसान बच सकें।
इस मौके पर जिला के विभिन्न क्षेत्रों से आए किसान लाभार्थी तथा कृषि विभाग के अधिकारी और फसल बीमा योजनाओं के बीमा अधिकारी भी उपस्थित रहे।