Shubhman Gill: युवराज की सलाह आई काम, शुभमन ने किया खुलासा, जिम्बाब्वे के खिलाफ आखिरी मुकाबले पहले हुई मुलाकात
Shubhman Gill: जिंबाब्वे दौरे पर खेले गए आखिरी वनडे मुकाबले में युवा बल्लेबाज शुभमनगिल (Shubhman Gill) ने शानदार पारी खेलते हुए शतक लगाया. उनकी ऐसी शतकीय पारी के कारण भारतीय टीम इतना बड़ा स्कोर बना पाई. हाल ही में दिए गए इंटरव्यू के दौरान शुभमन गिल ने युवराज सिंह का जिक्र किया. ने बताया कि जिंबाब्वे दौरे पर आखिरी वनडे मुकाबला खेलने से पहले मेरी मुलाकात युवराज सिंह से हुई थी. उन्होंने मुझे सलाह दी की पहले क्रीज पर अच्छे से जम जाओ उसके बाद आखरी तक बल्लेबाजी करना.इसी समय पर काम करते हुए शुभमन गिल ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय डेब्यू शतक लगाया.
Shubhman Gill : शुभमन गिल ने लगाया शतक
उन्होंने जिंबाब्वे के खिलाफ आखिरी वनडे मुकाबले में तूफान खेलने तूफानी बल्लेबाजी करते हुए 97 गेंदों में 130 रनों की पारी खेली. इस दौरान उन्होंने 15 चौके और एक छक्का लगाया.उनके इस बड़ी पारी की बदौलत ही भारत ने तीसरा वनडे मुकाबले में जिंबाब्वे को हराकर वनडे सीरीज में उसे क्लीन स्वीप किया. इस शानदार पारी के लिए शुभमन गिल (Shubhman Gill) की युवराज सिंह सहित कई बड़े खिलाड़ियों ने तारीफ की.
Shubhman Gill : युवराज सिंह से हुई मुलाकात
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें युवा बल्लेबाज शुभमन गिल (Shubhman Gill) कह रहे हैं कि, “जिंबाब्वे दौरे पर आने से पहले मेरी उनसे मुलाकात हुई थी. उन्होंने मेरे खेल की सराहना की और कहा कि पहले क्रीज पर जम जाओ और बाद में अंत तक बल्लेबाजी करना. मैंने जब उनसे शतक के बारे में बात की तो चिंता ना करने के लिए कहा.”
वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 रन से शतक बनाने से गिल चूक गए थे. लेकिन विदेशी धरती पर युवराज सिंह और विराट कोहली के बाद वह शतक लगाने वाले तीसरे सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी हैं.
प्लेयर ऑफ द मैच चुने जाने के बाद गिल ने ईशान किशन से कहा कि मुझे इस दौरान आपका साथ मिला और मेरा भाग्य भी साथ था. मैं इस मौके का अच्छे से फायदा उठा पाया, इसके लिए बहुत खुश हूं. जिंबाब्वे के ऑलराउंडर सिकंदर रजा ने भी शानदार पारी खेलते हुए 115 रन बनाए. लेकिन बाद में शुभमन गिल ने उनका शानदार कैच लपका और जिम्बाब्वे की टीम 13 रन से हार गई.
शुभमन गिल ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि यह मैच काफी लंबा और आखिरी तक चला. हमें उम्मीद नहीं थी कि हम इतने कम अंतर से जीतेंगे. सिकंदर रजा का कैच पकड़ने के लिए मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी.