Bilaspur:प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति, ओबीसी तथा अल्पसंख्यक संयुक्त संघर्ष मोर्चा की हुई बैठक
प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति, ओबीसी तथा अल्पसंख्यक संयुक्त संघर्ष मोर्चा की हुई बैठक
प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति, ओबीसी तथा अल्पसंख्यक संयुक्त संघर्ष मोर्चा की बैठक जिला प्रधान सीता राम कौंडल की अध्यक्षता में हुई बैठक में उन्होंने बिखरे दलित समाज को एक सूत्र में पिरोने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश के हालात बदले हैं किंतु लोगों की मनुवादी मानसिकता में कोई बदलाव नही आया है। आज भी गांवों में छोटी जाति के लोगों से अमानवीय व्यवहार किया जाता है। कदम कदम पर अहसास करवाया जाता है कि तुम्हारी जगह कहाँ है। बावजूद इसके हमारा समाज उसी ढर्रे पर चल रहा है। सीता राम कौंडल ने कहा कि जिस बाबा साहेब डॉक्टर भीम राम अम्बेडकर ने दलितों पिछड़ों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए अपना जीवन तक लगा दिया, आज उसी बाबा साहेब को भूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षित होंगे तभी संघर्ष होगा। तभी बाबा साहेब के सपनों को साकार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सबसे पहले अपने आप को जानना और सुधारना जरूरी है। तभी समाज का कल्याण होगा।
बिलासपुर प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति, ओबीसी तथा अल्पसंख्यक संयुक्त संघर्ष मोर्चा की बैठक जिला प्रधान सीता राम कौंडल की अध्यक्षता में हुई बैठक में उन्होंने बिखरे दलित समाज को एक सूत्र में पिरोने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश के हालात बदले हैं किंतु लोगों की मनुवादी मानसिकता में कोई बदलाव नही आया है। आज भी गांवों में छोटी जाति के लोगों से अमानवीय व्यवहार किया जाता है। कदम कदम पर अहसास करवाया जाता है कि तुम्हारी जगह कहाँ है। बावजूद इसके हमारा समाज उसी ढर्रे पर चल रहा है। सीता राम कौंडल ने कहा कि जिस बाबा साहेब डॉक्टर भीम राम अम्बेडकर ने दलितों पिछड़ों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए अपना जीवन तक लगा दिया, आज उसी बाबा साहेब को भूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षित होंगे तभी संघर्ष होगा। तभी बाबा साहेब के सपनों को साकार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सबसे पहले अपने आप को जानना और सुधारना जरूरी है। तभी समाज का कल्याण होगा।