योग दिवस पर मोदी जी का वीडियो संदेश…
योग दिवस पर मोदी जी का वीडियो संदेश!
21 जून 2023, दिल्ली, प्रेस जागरूकता भारत: प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो संदेश के माध्यम से 2023 के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के राष्ट्रीय उत्सव को संबोधित किया। यह उत्सव मध्य प्रदेश के जबलपुर में भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ द्वारा नेतृत्व किया गया था।
अमेरिका में यात्रा कर रहे हैं नरेंद्र मोदी !
संवाद में शामिल होकर प्रधानमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर नागरिकों को अपनी शुभकामनाएं दीं और बताया कि विभिन्न प्रतिबद्धताओं के कारण वह वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका में यात्रा कर रहे हैं, जबकि पिछली योग दिवस की अवस्था में वह यहां मौजूद थे।
180 से अधिक देशों के साथ भारत के आह्वान पर मिलने की इतिहासकारी और अद्वितीय घटना है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि उन्हें भारतीय समय के आस-पास 5.30 बजे संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में योग कार्यक्रम में शामिल होना है और कहा, “180 से अधिक देशों के साथ भारत के आह्वान पर मिलने की इतिहासकारी और अद्वितीय घटना है।” उन्होंने योग दिवस के प्रस्ताव को 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रस्तुत करने पर बहुतायती समर्थन की याद दिलाई और योग को एक वैश्विक आंदोलन और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से एक वैश्विक आत्मा बनाने की बात कही।
‘योग सागरमाला’ और ‘योग भारतमाला’
योग दिवस को और भी विशेष बनाने वाले ‘योग सागरमाला’ और ‘योग भारतमाला’ की व्यापकता पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि इसका आधार योग की विचारधारा और महासागर के संबंध पर आधारित है। श्री मोदी ने सेना के कर्मचारियों द्वारा जल स्रोतों का उपयोग करके बनाई गई ‘योग भारतमाला’ की ओर भी ध्यान दिया। इसी तरह, प्रधानमंत्री ने जारी रखा, भारत के दो अनुसंधान केंद्र अर्थार्टिक से अंटार्कटिका तक, अर्थार्टिक से अंटार्कटिका के दो ध्रुवों के भी संबंध में योग से जुड़े हुए हैं। उन्होंने यह भी जोर दिया कि इस अद्वितीय उत्सव में पूरे देश और विश्व के करोड़ों लोगों की भागीदारी, इतनी स्वेच्छापूर्वक तरीके से दिखा रही है कि योग की महानता और प्रसिद्धि को दर्शाती है।
प्रधानमंत्री ने महर्षियों के उद्धरण को उद्धृत करके बताया कि “हमें जोड़ता है, वह है योग”। उन्होंने जोड़ते हुए कहा कि योग के प्रसार का अविस्मरण एक परिवार के रूप में पूरी दुनिया को शामिल करने के विचार का विस्तार है। इस वर्ष भारत द्वारा आयोजित जी20 सम्मेलन के लिए “एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य” का विषय बताते हुए प्रधानमंत्री ने उत्साहपूर्वक कहा कि योग के प्रसार का अर्थ ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की आत्मा का प्रसार है। “आज दुनिया भर में करोड़ों लोग ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना के अंतर्गत मिलकर योग कर रहे हैं”, उन्होंने जोड़ा।
प्रधानमंत्री ने योग शास्त्रों का संदर्भ देते हुए कहा कि योग के माध्यम से व्यक्ति स्वास्थ्य, पुष्टि और शक्ति प्राप्त करता है और जो लोग वर्षों से नियमित रूप से इस अभ्यास में लगे रहते हैं, उन्होंने इसकी ऊर्जा को महसूस किया है। व्यक्तिगत स्तर से बात करते हुए उन्होंने कहा कि योग व्यक्ति को अंदर से ताजगी और उर्जा प्रदान करता है और उसे स्वस्थ मनोवैज्ञानिक, शारीरिक और मानसिक स्तर पर सुखी और सकारात्मक बनाता है।
इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री ने जनता से अपील की है कि वे योग को अपने दैनिक जीवन में सम्मिलित करें और इसे स्वस्थ, सुखी और समृद्ध जीवन का एक आधार बनाएं। उन्होंने कहा कि योग की अद्यतनता और वैज्ञानिकता के साथ योग अभ्यास करने के लिए विशेषज्ञों और निर्धारित तारीखों के साथ-साथ अपनी सुविधा के अनुसार विभिन्न प्रकार के योग कार्यक्रमों का लाभ उठाएं। उन्होंने योग को एक स्वस्थ और सकारात्मक जीवनशैली का माध्यम मानकर समाज में इसके प्रसार का आह्वान किया।
योग दिवस पर मोदी जी का वीडियो संदेश!
इस वीडियो संदेश के माध्यम से प्रधानमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उत्सव को संबोधित किया और योग के महत्व को बताने के साथ-साथ लोगों को योग को अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने की आवाज उठाई। इस संदेश के माध्यम से प्रधानमंत्री ने योग को एक गर्व के साथ विश्वव्यापी आन्दोलन के रूप में प्रस्तुत किया और योग दिवस के माध्यम से एक वैश्विक आत्मा के निर्माण की मांग की।