धर्मशाला जोनल अस्पताल में इलाज महंगा है, यहां तक कि जांच के लिए भी ज्यादा पैसे चुकाने पड़ते हैं
बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 2023-24 में मरीजों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए कांगड़ा जिले में 55 मिलियन (91 लाख रुपये) रुपये खर्च किए गए।