वीडियो: हिमाचल के दो जिलों की सीमा पर दंगा, पुलिस ने भांजी लाठियां, विधायक-डीएसपी समेत 11 घायल
बिलासपुरहिमाचल प्रदेश के बिलासपुर और सोलन (सोलन) जिले की सीमा पर स्थित त्रिवेणीघाट में मंगलवार को जल विवाद के दौरान जमकर बवाल हुआ। यहां पुलिस (हिमाचल पुलिस) वहीं, ग्रामीणों के बीच झड़प हो गयी, जिसमें ग्यारह लोग घायल हो गये. आपको बता दें कि यह पेयजल व्यवस्था (जल योजना) ग्रामीण 20 दिन से धरना दे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार सोलन जिला के अर्की विधानसभा क्षेत्र के अली खड्ड में कीकर-नवगांव पेयजल व्यवस्था का निर्माण कार्य चल रहा है। बिलासपुर की जनता इसके विरोध में है. बताया जा रहा है कि इस नियम से 50 से अधिक पंचायतों में पानी की कमी हो जायेगी. इसी सिलसिले में मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में लोग परियोजना स्थल पर पहुंचे और वहां निर्माण कार्य में तोड़फोड़ की.
पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हुई और पथराव के कारण दाड़लाघाट के नायब तहसीलदार, डीएसपी, दाड़लाघाट के SHO मोती, पुलिस जवान और एक होम गार्ड और जल शक्ति विभाग के जवान सहित कुल 11 लोग घायल हो गए। इस दौरान अर्की पुलिस ने भी ग्रामीणों पर हमला किया और नयनादेवी सांसद रणधीर शर्मा को भी मामूली चोटें आईं. मंगलवार को विधायक रणधीर शर्मा भी त्रिवेणीघाट पहुंचे।
विधायक रणधीर शर्मा ने अर्की पुलिस कर्मियों और अधिकारियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. रणधीर शर्मा ने कहा कि त्रिवेणीघाट में पुलिस की मनमानी देखने को मिल रही है। पेयजल आपूर्ति को लेकर लोग 20 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी है. उन्होंने कहा कि वह इस आंदोलन में लोगों के साथ हैं. जनता के हितों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मामले की जानकारी प्रधानमंत्री को दी है. उन्होंने कहा कि पुलिस लाठीचार्ज में महिलाएं भी घायल हुई हैं. समस्या के समाधान को लेकर कैबिनेट मंत्री राजेश धर्माणी ने भी कहा कि इस पेयजल योजना को किसी अन्य वैकल्पिक स्थान पर लागू किया जाना चाहिए.
क्या कहती है सरकार?
इतने हंगामे के बाद सरकार ने भी प्रतिक्रिया दी. सरकार ने कहा कि 6 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह पेयजल आपूर्ति योजना 8 ग्राम पंचायतों के लिए वरदान साबित होगी. एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि यह पेयजल आपूर्ति योजना अर्की संसद के ग्राम पंचायत कशलोग, सेवड़ा चंडी, पारनू, संघोई, मंगू, गियाना, नवगांव और दाड़लाघाट निर्वाचन क्षेत्रों के निवासियों को पानी की कमी से राहत दिलाएगी। इस परियोजना से इन 8 ग्राम पंचायतों के 71 गांवों के लगभग 9,000 लोग लाभान्वित होंगे। प्रवक्ता ने कहा कि पेयजल परियोजना से बिलासपुर की जल आपूर्ति प्रणालियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा और यह अनुमान लगाया गया था कि चार से पांच महीने तक बारिश नहीं होने पर भी इस घाटी में पानी का प्रवाह नीचे की ओर बहेगा जैसा कि वर्तमान में है। इसके लिए पानी की आवश्यकता निर्माणाधीन है, दूसरी ओर, वर्तमान परियोजना केवल 10.53 एलपीएस है। उन्होंने कहा कि परियोजना के निर्माण के समय तक कुल जल ग्रहण क्षेत्र का लगभग 89 प्रतिशत हिस्सा सोलन जिला में होगा।
बुरे लोग भ्रामक प्रचार करते हैं
उन्होंने कहा कि नवगांव खड्ड में पानी की पर्याप्त उपलब्धता के कारण अर्की विधानसभा क्षेत्र की 08 ग्राम पंचायतों के 71 गांवों के लिए पेयजल व्यवस्था तैयार करने का निर्णय लिया गया। प्रवक्ता ने बताया कि इस योजना से इन 08 ग्राम पंचायतों के निवासियों को लाभ होगा तथा किसी अन्य इकाई को इस योजना से जल उपलब्ध नहीं कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कुछ द्वेषपूर्ण तत्वों द्वारा भ्रामक प्रचार किया जा रहा है, जो पूर्णतया तथ्यहीन एवं निराधार है।
,
कीवर्ड: बिलासपुर खबर, हिमाचल न्यूज़, हिमाचल पुलिस, सोलन समाचार
पहले प्रकाशित: फ़रवरी 14, 2024 08:58 IST