गर्मी ने तोड़ा 10 साल का रिकॉर्ड…तो सूखने लगा पहाड़ की रानी का गला
शिमला: पूरा भारत गर्मी से बेहाल है. इस कारण कई जगहों पर जल संकट गहराने लगा है. शिमला की बात करें तो यहां भी जल संकट गहराने लगा है. शिमला में इस बार गर्मी ने 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. यहां का तापमान 31.7 डिग्री तक पहुंच गया है. पर्यटन सीजन भी शुरू हो चुका है और हजारों पर्यटक शिमला का रुख कर रहे हैं। पर्यटकों की बढ़ती संख्या के साथ होटलों में पानी की समस्या भी बढ़ती जा रही है. पहले पेयजल निगम शिमला को छह दिन पानी की आपूर्ति करता था, लेकिन स्रोत में पानी सूखने के कारण अब यह आपूर्ति घटाकर पांच दिन कर दी गई है।
सप्ताह में पांच दिन पानी मिलेगा
शिमला जल प्रबंधन निगम के एजीएम पीपी शर्मा ने कहा कि शहर में केवल पांच दिन ही पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी. जलापूर्ति स्रोत में पानी का स्तर घटने के कारण यह निर्णय लिया गया. जलापूर्ति योजना का प्रकाशन हो चुका है. अब शहर में पेयजल आपूर्ति सप्ताह में केवल पांच दिन ही होगी और दो दिन जलापूर्ति बंद रहेगी.
टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाती है
शहरों में पानी की कमी इतनी बढ़ गई है कि अब पानी की आपूर्ति टैंकरों से की जाती है। कंपनी को लगातार टैंकरों की डिमांड मिलती रहती है। राष्ट्रपति निवास छराबड़ा सहित विभिन्न स्कूलों में पानी की आपूर्ति टैंकरों के माध्यम से की जाती है। इसके अलावा शहर में पर्यटकों की बढ़ती संख्या के कारण होटलों में भी पर्याप्त पानी नहीं है। पर्यटकों को होटलों से टैंकर मंगवाकर पानी की आपूर्ति की जाती है।
पहले प्रकाशित: 30 मई, 2024, 2:12 अपराह्न IST