मोनी बाबा कुटिया में वसंत पंचमी हर्षोल्लास के साथ मनाई गई
आध्यात्मिक नारायण. नादौन
नादौन क्षेत्र के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल पूज्य मोनी बाबा कुटिया में बसंत पंचमी का पर्व श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया। सुबह ब्रह्म बेला, हवन यज्ञ की वैदिक ध्वनि और कुटिया के चारों ओर गूंजती वैदिक मंत्रों की मधुर ध्वनि, माधुरी ने वातावरण में दैवीय जगत की वास्तविक उपस्थिति प्रस्तुत की। श्री विष्णु सहस्त्रनाम के तहत भक्तों ने रमण बिहारी को पुष्पांजलि अर्पित की, जिन्हें हर कोई अपने दिलों में याद करता है। बसंत पंचमी के आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए रतन चंद्र शर्मा ने कहा कि शास्त्रों ने आज के दिन का महत्व आंतरिक ऊर्जा के जागरण के रूप में बताया है। इस दिन, प्रकृति रंग-बिरंगे फूलों के खिलने और सौंदर्य के सर्वोच्च भगवान की पूजा के साथ विभिन्न रूपों में प्रकट होती है। आजकल इन फूलों की बगिया साधारण प्राणियों के बीच भी खिलती है। बसंत पंचमी के दिन इसी पूजा के साथ उनके दर्शन किये जाते हैं। वैदिक मित्रों तथा अर्जुन द्वारा भी सरस्वती एवं लक्ष्मी की पूजा की गयी। इस पूजा में प्रोफेसर जीपी अग्नि, बलदेव सोनी, कर्नल चेतराम, शिवकुमार, शारदा और विशेष रूप से भुवनेश्वर शर्मा एडवोकेट अपने परिवार सहित उपस्थित रहे।