शिमला: पिछले पांच साल में नगर निगम का घाटा 120 करोड़ रुपये से ज्यादा रहा
शिमला. हाल के वर्षों में शिमला में लगातार दुर्घटनाएं हुई हैं। पिछले साल हुए हादसों में कई लोगों की मौत हो गई. पिछले साल शिमला शहर में शिव बावड़ी हादसा, कृष्णानगर बूचड़खाना हादसा, कई इमारतों का तबाह होना, बाईपास रोड पर भारी भूस्खलन, कई गाड़ियों का मलबे में दब जाना आदि जैसी भयानक तस्वीरें देखने को मिलीं। इसका असर न सिर्फ स्थानीय लोगों पर पड़ा। लोगों, पर्यटकों ने भी शिमला आने से परहेज किया। इन दुर्घटनाओं से शहर को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से भारी क्षति हुई।
शिमला नगर निगम के मेयर सुरेंद्र चौहान ने लोकल 18 को बताया कि पिछले साल शिमला में कई दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें कई लोगों की जान चली गई. इस साल कई दुर्घटनाएं भी हुईं, लेकिन सौभाग्य से किसी की जान नहीं गई. इस साल कई जगहों पर भूस्खलन हुआ. इनमें मुख्य रूप से मल्याणा, एमएलए चौराहा, चक्कर बाईपास, संजौली आदि स्थान शामिल हैं। साथ ही कई स्थानों पर पेड़ भी गिरे।
किस साल कितना नुकसान हुआ?
शिमला नगर निगम परिधि में 2020-24 के दौरान अब तक करीब 122 करोड़ 50 लाख का घाटा हुआ है। शिमला नगर निगम को 2020-21 में लगभग 7 करोड़, 2021-22 में लगभग 11 करोड़, 2022-23 में लगभग 8 करोड़, 2023-24 में अधिकतम लगभग 80 करोड़ और 2024-25 में अब तक लगभग 6 करोड़ का घाटा हुआ। 50 लाख रुपये का नुकसान हुआ.
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पहले प्रकाशित: 3 सितंबर, 2024 1:42 अपराह्न IST