हिमाचल सीआईडी या समोसा जांच एजेंसी? बीजेपी ने सुक्खू सरकार पर उठाए सवाल, शिमला में निकाला ‘समोसा मार्च’
शिमला. हिमाचल प्रदेश में समोसा विवाद सोशल मीडिया के जरिए देशभर की मीडिया में सुर्खियां बना हुआ है। कार्यक्रम से समोसा गायब होने की सीआईडी जांच को लेकर उठ रहे सवालों का प्रधानमंत्री से जवाब मांगना सुक्खू सरकार के लिए मुश्किल होता जा रहा है। वहीं, बीजेपी और भारतीय जनता युवा मोर्चा ने शिमला में ‘समोसा मार्च’ रद्द कर मामले को और तूल दे दिया है.
समोसा मार्च के दौरान सुक्खू सरकार के खिलाफ नारे लगाए गए और लोगों को समोसे बांटे गए. इस दौरान एक पोस्टर भी खूब चर्चा में रहा, जिसमें मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की तस्वीर के नीचे लिखा था, ”मेरे समोसे किसने खाए?” बीजेपी पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदेश में कई तरह की समस्याएं हैं, जिनकी जांच की जा रही है क्राइम ब्रांच से जांच होनी चाहिए. हालांकि सरकार समोसे के गायब होने की सीआईडी जांच करा रही है.
बीजेपी ने कहा, ”सुक्खू सरकार भटक गई है.”
बीजेपी नेता राजीव पंडित ने लोकल 18 से कहा कि हिमाचल प्रदेश में कई बड़े मुद्दे हैं जिन पर ध्यान दिया जाना चाहिए. हालांकि सरकार समोसे के गायब होने की सीआईडी जांच करा रही है. यह बेहद शर्मनाक है और इसके कारण आज देश भर में हिमाचल की बदनामी हो रही है। रामा ठाकुर ने कहा कि समोसे को बीजेपी ने मुद्दा नहीं बनाया बल्कि सरकार ने खुद इसे मुद्दा बनाया है. समोसे को लेकर सीआईडी जांच कराई जा रही है. क्या राज्य की अन्य समस्याओं का समाधान हो गया है? कल्याण धीमान ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है। सरकार को बढ़ती नशाखोरी की जांच करानी चाहिए, लेकिन यह सरकार दिशाहीन हो गयी है. संजय सूद भी नाराज हुए और कहा कि यह बहुत अनोखी घटना है और इससे साफ हो गया है कि सरकार किस दिशा में जा रही है.
समोसे को लेकर क्या है विवाद?
हिमाचल प्रदेश क्राइम ब्रांच ने जांच की, जिसकी रिपोर्ट 7 नवंबर की शाम को लीक हो गई. दरअसल, हिमाचल प्रदेश क्राइम ब्रांच के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के कार्यक्रम के लिए एक निजी होटल से स्नैक्स का ऑर्डर दिया गया था. 21 अक्टूबर के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के लिए एक बड़े, प्रतिष्ठित होटल से समोसा और केक मंगवाया गया था, लेकिन ये स्नैक्स प्रधानमंत्री को परोसने की बजाय किसी और को परोस दिया गया. हैरानी की बात तो ये है कि इस मामले में क्रिमिनल पुलिस ने जांच भी शुरू कर दी है और कई पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए गए हैं. समोसे की जांच करने के बाद डीएसपी ने यह रिपोर्ट खुफिया विभाग के महानिरीक्षक को भेज दी. लेकिन ये सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
पहले प्रकाशित: 9 नवंबर, 2024, 4:06 अपराह्न IST