Rakesh Jhunjhunwala: जानिए राकेश झुनझुनवाला के सफलता के 5 मंत्र, शेयर मार्केट के थे बिग बुल
Rakesh Jhunjhunwala: भारतीय शेयर मार्केट को एक बहुत बड़ा झटका लगा है. शेयर मार्केट के बिल्कुल कहे जाने वाले हैं राकेश झुनझुनवाला अब इस दुनिया में नहीं रहे. 14 अगस्त 2022 को उनकी हार्ट अटैक के कारण मौत हो गई. सुबह 6:00 बजे के आसपास उन्हें मुंबई के ब्रिच कैंडी हॉस्पिटल ले जाने पर डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. एक खबर के अनुसार उनकी काफी समय से तबीयत ठीक ना होने के कारण हार्ट अटैक आ गया और मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली.
झुनझुनवाला का जन्म 1960 में हैदराबाद में हुआ था. इनके पिता पेशे से आयकर विभाग में एक अधिकारी थे और माताजी गृहिणी थी. इनके पिता का नाम राधेश्याम झुनझुनवाला और माता का नाम उर्मिला देवी था. बड़े भाई राजेश झुनझुनवाला एक चार्टर्ड अकाउंटेंट है. इसके अलावा इनकी दो बहने भी हैं जिनका नाम सुधा गुप्ता और नीना संघरिया है.
राकेश झुनझुनवाला की एजुकेशन :- राकेश झुनझुनवाला ने ग्रेजुएशन में बीकॉम किया हुआ है. 1985 में उन्होंने मुंबई स्थित सिडेनहैम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स यह डिग्री प्राप्त की थी. इसके अलावा उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया से सीए की डिग्री भी प्राप्त की है.
राकेश झुनझुनवाला की नेटवर्थ :- सीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने ₹5000 के साथ इन्वेस्टमेंट शुरू किया था.उस समय बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 150 पर था और अब यह बढ़कर 59,000 से भी ज्यादा का बिजनेस कर रहा है.बात करें उनकी कुल संपत्ति की तो वह 5.8 billion-dollar बताई जा रही है.
2021 में जारी फॉर्ब्स की एक सूची के अनुसार हुए वह भारत में 36वें सबसे अमीर अरबपति इंसान थे. हार्ट अटैक से मौत होने से पहले उन्होंने अकासा एयरलाइन की शुरुआत भी की थी. इसके अलावा राकेश झुनझुनवाला का 36 से ज्यादा कंपनियों में इन्वेस्टमेंट किया हुआ था. जिनमे से टाटा मोटर्स, स्टार हेल्थ, टाइटन और मेट्रो ब्रांड्स में उन्होंने सबसे ज्यादा होल्डिंग्स कर रखी थी. इसके अलावा राकेश झुनझुनवाला हंगामा मिडिया और एप्टेक के अध्यक्ष भी थे.
निवेश के पांच मंत्र :-
:- आप बिना जुनून के कभी सफल नहीं हो सकते.
:- हमेशा बहाव के खिलाफ जाओ. जब कोई खरीदे तब आप बेचो और जब कोई बेचे तब आप खरीदो.
:- हमेशा शेयर बाजार सही होते हैं लेकिन कभी भी मदार का समय नहीं होता.
:- बाजार का खुले दिमाग से सम्मान करना चाहिए. जिम्मेदार रहना. क्या दांव लगाना है. कब नुकसान उठाना है.
:- कभी भी कोई मौसम, बाजार, मृत्यु और महिलाओं के बारे में भविष्यवाणी नहीं कर सकता. बाजार एक महिला की तरह ही होता है. हमेशा अस्थिर, रहस्यमय, आज्ञाकारी और अनिश्चित. जिस प्रकार आप किसी महिला पर दबाव नहीं बना सकते वैसे ही बाजार पर कभी हावी नहीं हो सकते.
15 minute meditation