छठ पूजा : कौन है छठ मैया? सूर्यदेव के साथ क्यों होती है इनकी पूजा? यहाँ जाने…
छठ पूजा: हिंदू धर्म में छठ पूजा का एक अलग ही महत्व है। कार्तिक महीने के शुल्क पक्ष की षष्ठी तिथि का छठ पूजा का त्यौहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस साल चार दिवसीय छठ पूजा का त्योहार 28 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिवाली के छठवें दिन से छठ पूजा शुरू हो जाती हैं। ऐसा कहा जाता है कि छठ मैया की पूजा करने से घर में सुख, शांति, समृद्धि, धन, वैभव और यश की प्राप्ति होती है। छठ महोत्सव के दौरान छठ मैया और सूर्य देव की पूजा की जाती है। आज हम बताएंगे कि कौन है छठ मैया और इनके साथ सूर्य देव की पूजा क्यों की जाती है।
छठ पूजा: छठ पूजा का महत्व
हमारे हिंदू धर्म के महाज्ञानी ब्राह्मणों द्वारा ऐसा बताया गया है कि छठ पूजा का त्यौहार मुख्य रूप से बिहार की महिलाएं बनाती है। लेकिन आप देख सकते हैं कि पूरे देश में इस त्यौहार को बड़े ही उत्सुकता के साथ मनाया जाता है और सम्मान दिया जाता है। छठ पूजा के पहले दिन नहाय खाय किया जाता हैँ। छठ पूजा के दूसरे दिन खरना किया जाता है। छठ पूजा के तीसरे दिन डूबते सूरज की पूजा की जाती है और चौथे दिन उगते सूरज की पूजा की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि छठ पूजा करने से घर में सुख शांति बनी रहती है, बच्चों को दीर्घायु और सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है, ऐसी लोगों की मान्यता है।
छठ पूजा: कौन है छठ मैया:
पौराणिक कथाओं में ऐसा बताया गया है कि, सृष्टि की अधिष्ठात्री प्रकृति के कई अंग है। कई अंगों में से एक अंश का नाम देवसेना है। इन सभी देवियों को एक विचित्र नाम से जाना जाता है, वह नाम है षष्ठी। ऐसा कहा जाता है कि षष्ठी सभी बालकों की रक्षा किया करती हैं। षष्ठी देवी को मानस पुत्री के नाम से भी बुलाया जाता है। बूढ़े बुजुर्गों का कहना है कि षष्ठी मैया की पूजा करने से जिन महिलाओं को बच्चे नहीं होते, उन्हे गोद भर जाने का आशीर्वाद मिल जाता है। इसीलिए बच्चे के छठे दिन से ही षष्ठी देवी की पूजा की जाती है। षष्ठी मैया को यह आम भाषा में छठ मैया कहा जाता है।
छठ पूजा: सूर्य के साथ पूजा का महत्व
हमारे शास्त्रों के अनुसार हर दिन किसी न किसी देवी देवता की पूजा की जाती है। वैसे ही सप्तमी के दिन सूर्य देवता की पूजा करने का एक महत्व माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि छठ मैया के साथ सूर्य देवता की पूजा करने से दुगना फल मिलता है। इसीलिए सभी महिलाएं छठ मैया के साथ सूर्य देवता की पूजा करती है, ताकि उनके घर में सुख समृद्धि बनी रहे।