Govardhan Puja : कौन से है अन्नकूट और गोवर्धन पूजा के शुभ मुहूर्त? जाने पुरी खबर
Govardhan Puja : दिवाली के बाद ही गोवर्धन त्यौहार मनाया जाता है। गोवर्धन का त्यौहार दिवाली के दूसरे दिन यानी प्रतिपदा के दिन मनाया जाता है। लेकिन इस बार दिवाली के दूसरे दिन ही सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। सूर्य ग्रहण लगने के कारण गोवर्धन का त्यौहार उदयातिथि में मनाया जाएगा। आज हम आपको गोवर्धन पूजा के बारे में कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं।
Govardhan Puja : प्रतिपदा तिथि
इस बार सूर्य ग्रहण लगने के कारण 25 अक्टूबर के दिन प्रतिपदा तिथि शाम के 4:18 पर शुरू हो जाने वाली है। प्रतिपदा तिथि 26 अक्टूबर के दिन दोपहर के 2:42 पर समाप्त हो जाएगी। देखा जाए तो उदया तिथि के अनुसार 26 अक्टूबर के दिन शाम के वक्त प्रतिपदा तिथि खत्म होने के बाद ही गोवर्धन भगवान की पूजा की जा सकती है।
हमारे हिंदू धर्म के अनुसार दिवाली और गोवर्धन पूजा को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन इस बार सूर्य ग्रहण होने के कारण मुहूर्त में उतार-चढ़ाव आ गया है। दिवाली का त्यौहार इस बार 24 अक्टूबर को मनाया जा रहा है और गोवर्धन भगवान की पूजा 26 अक्टूबर की शाम को की जाएगी।
Govardhan Puja : विजय मुहूर्त
हमारे ज्योतिषियों के अनुसार इस बार विजय मुहूर्त दोपहर को 2:18 से शुरू होगा और 3:04 पर समाप्त हो जाएगा।
यह तो हम सभी जानते हैं कि गोवर्धन भगवान की पूजा सुबह या शाम के वक्त की जाती है। गोवर्धन भगवान की पूजा करते हुए गोवर्धन भगवान को गोबर से बनाया जाता है और उन्हें फूलों से सजाया जाता है। यहां तक कि महिलाएं पूजा करते वक्त गोवर्धन भगवान की फूल, धूप, दीप, जल और फल से पूजा करती हैं।
यहां तक कि हमारे हिंदू धर्म के अनुसार गोवर्धन के दिन खेतों में काम करने वाले सभी जानवरों की गाय, बैल इन सभी की भी पूजा की जाती है। गोवर्धन पूजा के दौरान मंदिरों में काफी बड़े-बड़े महोत्सव होते हैं और कृष्ण भगवान को उनकी पसंद के अलग-अलग पकवान चढ़ाए जाते हैं। कई जगहों पर तो गोवर्धन भगवान की पूजा के दौरान लोग रात भर जागरण भी किया करते हैं।