हिमाचल के इन जिलों में बाढ़ की आशंका, भारी बारिश की चेतावनी; कब तक रहेगा मौसम?
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हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हुई. कांगड़ा, सिरमौर और मंडी जिलों में व्यापक बारिश के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। भारी बारिश के कारण राज्य की प्रमुख नदियाँ और नालों में बाढ़ की स्थिति है और भूस्खलन और बाढ़ की आशंका है।
इन जिलों में बाढ़ की आशंका
मौसम ब्यूरो ने अगले चार दिनों में भारी बारिश होने की भविष्यवाणी करते हुए पीली चेतावनी जारी की है। अगले 24 घंटों में कांगड़ा, चंबा और शिमला जिलों में अचानक बाढ़ आने की आशंका है। इन जिलों में लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है. स्थानीय लोगों की तरह दूसरे राज्यों के पर्यटकों को भी नदी-नालों के किनारे न जाने की सलाह दी गई है.
भारी बारिश की चेतावनी जारी
शिमला मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पॉल के अनुसार, लाहौल-स्पीति और सोलन जिलों को छोड़कर शेष 10 जिले अगले 24 घंटों के लिए भारी बारिश की नारंगी चेतावनी के तहत रहेंगे। इन जिलों में शिमला, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर, सोलन, कुल्लू, चंबा, ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर शामिल हैं। 27 जुलाई तक राज्य में भारी बारिश की आशंका है. वह पिछले 24 घंटे से यही कह रहे हैं मानसून मौसम की सक्रियता के कारण राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई. ऐसे में 27 जुलाई तक राज्य में मौसम खराब रहेगा.
सबसे ज्यादा बादल कांगड़ा जिले में बरसे
कांगड़ा जिले में सबसे अधिक 151 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अतिरिक्त, धर्मशाला में 136 मिमी, पालमपुर में 112, नगरोटा सूरियां में 96, धौला कुआं में 82, जोगिंदरनगर में 52, गुलेर में 46, सुंदरनगर में 44, घमरूर में 35 और काहू में 33 मिमी बारिश हुई। बीती रात मौसम शुष्क रहने के बाद आज सुबह से राजधानी शिमला में बारिश हो रही है.
राज्य में 40 फीसदी कम हुई मानसूनी बारिश
जून माह के अंतिम सप्ताह में प्रदेश में मौसम ने दस्तक दे दी है। अब तक मानसून सामान्य से करीब 40 फीसदी कम बारिश हुई. सेब बाहुल्य क्षेत्रों में बारिश कम होने से सेब की फसल को नुकसान हुआ है। इसके अलावा अन्य फल एवं फसल के पौधों पर भी कम वर्षा का नकारात्मक प्रभाव देखा जा सकता है।
रिपोर्ट-यूके शर्मा