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हिस्टीरिया और स्ट्रेस ने उड़ा दी हैं रातों की नींद? बैंगनी फल वाली एक जड़ी-बूटी से सभी बीमारियां होंगी छूमंतर

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पवन सिंह कुंवर/ हल्द्वानी. आज हम आपको एक ऐसी औषधि के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपके स्ट्रेस को दूर कर देगा. तनाव को दूर करने में एक जड़ी-बूटी बेहद असरदार साबित होती है. इसका नाम सर्पगंधा है. सर्पगंधा एक ऐसी जड़ी-बूटी है, जो तनाव को दूर करती है और रात को सुकून की नींद देती है. सर्पगंधा जड़ी-बूटी का सेवन करने से अनिद्रा, हिस्टीरिया और मानसिक तनाव दूर होता है. इसकी जड़ का रस और इसकी जड़ का चूर्ण पेट के लिए काफी लाभदायक है. इससे पेट के अंदर की कृमि खत्म हो जाती है. सर्पगंधा एक ऐसी जड़ी बूटी है, जिसका सेवन करने से मस्तिष्क के सभी रोगों में ये जड़ी बूटी बेहद असरदार पाई गई है.

उत्तराखंड के हल्द्वानी में स्थित वन अनुसंधान केंद्र के वन क्षेत्राधिकारी मदन सिंह बिष्ट ने बताया कि पारंपरिक औषधियों में सर्पगंधा एक प्रमुख औषधि है. भारत में तो इसके प्रयोग का इतिहास 3000 साल पुराना है. सर्पगंधा स्वाद में कड़वा, तीखा, कसैला और पेट के लिए रूखा तथा गर्म होता है. सर्पगंधा एक छोटा चमकीला, सदाबहार, बहुवर्षीय झाड़ीनुमा पौधा है, जिसकी जड़ें मिट्टी में गहराई तक जाती हैं. जड़ें टेढ़ी-मेढ़ी और करीब 18-20 इंच लम्बी होती हैं. जड़ की छाल भूरे-पीले रंग की होती है. जड़ गंधहीन और काफी तीखी तथा कड़वी होती है. पौधे की छाल का रंग पीला होता है.

नवंबर-दिसंबर में आते हैं फूल
वन क्षेत्राधिकारी मदन सिंह बिष्ट ने बताया कि सर्पगंधा की पत्तियां गुच्छेदार, 3-7 इंच लम्बी, लेंस की आकार की और डन्ठल वाली होती हैं. पत्तियां ऊपर की ओर गाढ़े हरे रंग की और नीचे से हल्के रंग की होती हैं. इसमें आमतौर पर नवंबर से दिसंबर माह में फूल लगते हैं. फल छोटे, मांसल और एक या दो-दो में जुड़े हुए होते हैं. हरे फल पकने पर बैंगनी और काले रंग के हो जाते हैं. सर्पगंधा की जड़ का प्रयोग रोगों की चिकित्सा में किया जाता है. इसकी मुख्य प्रजाति के अतिरिक्त और भी दो प्रजातियां होती हैं, जिनका दवा के रूप में प्रयोग किया जाता है.

सर्पगंधा के अर्क से तनाव होता है दूर
मदन बिष्ट ने बताया कि सर्पगंधा में सेरोटोनिन पाया जाता है, जिसका काम ब्रेन के सेल के बीच संदेश पहुंचाना है. इससे नींद अच्छी आती है. ऐसा माना जाता है कि सर्पगंधा के अर्क का रस पीने से तनाव से निजात मिलता है. हालांकि, इसके सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. इसमें एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं, जो तनाव और अवसाद में फायदेमंद होते हैं. बाजार में सर्पगंधा टैबलेट, सिरप व अन्य रूप में आसानी से उपलब्ध है. बताई गई विधि से इसका सेवन करें.

(NOTE: इस खबर में दी गई सभी जानकारियां आयुर्वेदिक तथ्य और मान्यताओं के आधार पर हैं. LOCAL 18 किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता है.)

Tags: Haldwani news, Health News, Life18, Local18, Uttarakhand news

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