HP Election-2022: क्या बागी तेवर पड़ेंगे भरी…
HP Election-2022: हिमाचल प्रदेश में कुछ ही समय में चुनाव होने वाले हैं और चुनाव से पहले ही सुना ही चुनावी माहौल बेहद गर्म है नेता एक पार्टी से दूसरी पार्टी में जा रहे हैं और बड़े ही असमंजस की स्थिति पैदा हो रही है पार्टियों के बड़े-बड़े नेता अपनी पार्टी को छोड़कर उन्हें जहां पर ज्यादा मौके मिल रहे है वह लोग उस पार्टी से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. और सही स्थिति सभी पार्टियों में बनी हुई है
हिमाचल विधानसभा चुनाव में भाजपा में करीब 14 सीटों पर बगावत चल रही है। इनमें बड़सर, कांगड़ा, धर्मशाला, चंबा, इंदौरा, फतेहपुर, बंजार, मंडी सदर, झंडूता, बिलासपुर, नालागढ़ और अन्य सीटें शामिल हैं। इनमें से किन्नौर में तेजवंत सिंह नेगी और नालागढ़ में केएल ठाकुर के साथ भाजपा की बात चित चल रही है लेकिन बाकी सीटों पर बागी नेता नहीं मान रहे हैं। और चुनाव से नाम वापसी की आखिरी तारीख 29 अक्तूबर है और आज यह पता लगेगा कि कितने बागी नेता चुनावी मैदान में रहते हैं। यदि भाजपा समय रहते इन बागियों को चुनाव मैदान से नहीं हटा पाई तो युवा नेता भाजपा की जीत में रोड़ा बन सकते हैं और भाजपा की रिवाज बदलने की राह मुश्किल हो सकती है.
HP Election-2022: भाजपा की रणनीति
वही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव प्रचार में को कोई कोर कसर नहीं छोडऩा चाहती. इसी को ध्यान में रखते हुऐ भाजपा 30 अक्तूबर को होने जा रही रैली में एक साथ 32 स्टार प्रचारकों को उतारने की पुरी तैयारी कर ली है.
प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों पर चुनाव में भाजपा के लिए जीत कितनी महत्वपूर्ण है, यह बात सभी को पता है और अपनी जीत की दावेदारी पर ठप्पा लगाने के लिए भाजपा राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को रैली के लिए हिमाचल की इन सभी सीटों पर बुला रही है और उन्हें वोट मांगने के लिए रैली में उतारने का फैसला कर चुकी है.
भारतीय जनता पार्टी की ओर से शुक्रवार को जारी किए गए अपने कार्यक्रम के अनुसार 30अक्तूूबर को होने जा रही जनसभा को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई राष्ट्रीय स्तर के नेता संबोधित करेंगे जो कि हिमाचल प्रदेश के चुनाव के माहौल को भाजपा की तरफ करने की कोशिश करेंगे और अपना पूरा दमखम झोंकने के लिए ही चुनाव प्रचार में आएंगे.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी करण नंदा ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश में मतदान से 2 दिन पहले ही 9 नवंबर को हमीरपुर जिले के सुजानपुर के ऐतिहासिक मैदान में एक बड़ी चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे यह जनसभा बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हो सकती है
क्योंकि यह सीट भाजपा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री पीके धूमल ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया था और उन्होंने एक पूर्व सेना के रणजीत सिंह का नाम इस सीट के लिए आगे किया है और रणजीत सिंह को यह सीट दे दी गई है श्री धूमल ने जनता से कैप्टन रणजीत सिंह को जिताने की अपील की है अब देखना यह होगा कि जनता पूर्व मुख्यमंत्री पीके धूमल का सम्मान रखती है या नहीं यह तो चुनाव के नतीजे आने पर ही पता चलेगा.
वहीं भारतीय जनता पार्टी ने हिमाचल प्रदेश में चुनाव के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है और चुनाव प्रचार में कोई भी कसर बाकी नए रह जाए इसके लिए पूरे प्रयास किए जा रही हैं अब तो हिमाचल प्रदेश के चुनाव नतीजे ही तय करेंगे की किस पार्टी के चुनाव प्रचार में कोर कसर रही है और किस के चुनाव प्रचार सफल रहे हैं।