शिमला. हिमाचल प्रदेश के पांच जिलों में बुधवार शाम बारिश ने कहर बरपाया. बादल फटने के कारण यहां 53 लोग लापता हैं, जिनमें से पांच की मौत हो चुकी है, जबकि 47 लोगों की अभी भी तलाश की जा रही है. मंडी, शिमला, कुल्लू, चंबा और लाहौल स्पीति में बादल फटने से तबाही मची. शिमला के रामपुर में झखड़ी से पहले समेज गांव लगभग लुप्त हो चुका है. इस गांव में कुल 36 लोग लापता हैं. इधर, एनडीआरएफ की टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है और सर्च ऑपरेशन जारी है. मौके पर डीसी और एसपी के अलावा मंत्री जगत सिंह नेगी भी मौजूद रहे.
दरअसल, आधी रात को समेज गांव में बगल के सीवर में बाढ़ आने से गांव के 99 फीसदी घर बह गए और गांव में सिर्फ तीन से चार घर ही बचे हैं. यहां एक पीएचसी, एक स्कूल और गौशालाएं बाढ़ में बह गईं. कुल 36 लोग लापता हैं, जिनमें 18 महिलाएं और 7 बच्चे शामिल हैं। इनमें से चार लोग झारखंड के रहने वाले हैं.
मंडी के रामबन गांव पधर में दो परिवार मुसीबत में फंस गए हैं। यहां भी 11 लोग बाढ़ में फंस गए हैं और अब 8 लोगों की तलाश की जा रही है. तीन शव मिले. कुल्लू के आनी के निरमंड के बागीपुल में बाढ़ एक ही परिवार के पांच सदस्यों के अलावा दो नेपालियों को भी बहा ले गई। यहां परिवार के मुखिया का शव मिला. फिलहाल हिमाचल मौसम विभाग ने गुरुवार के लिए मंडी, कांगड़ा और कुल्लू के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।